गुरुवार, 15 दिसंबर 2011

ये फागुनी होली


पलाश के, टेसू के फूलों की होली
केसर, चन्दन के पीले रंगो की होली
उड़ते अबीर गुलाल की होली ,
रंगों के अम्बार की होली 
ढोल की थाप पर कोडे़ मारती औरतें, और
चहचहाते लोगों की होली  
ये फागुनी होली ।

ब्रज की बरसाने की होली
लाव व बठैन की होली
भंग की तरंग में डूबी राजस्थान की होली
चंग और ढोल की थाप पर मंजीरे बजाते,
फाग गाते, लोगों की होली,
ये फागुनी होली ।

आज बसंत बहार की होली
हँस रही अमराई की होली
फूली सरसों की क्यारी की होली
खेतों और खलिहानों की होली
मदमाते मधुमास की होली,
कली, और भौंरों के अभिसार की होली
ये फागुनी होली ।

राधा और गोपाल की होली
जोरी और बरजोरी की होली
गौरी और साजन की होली
बाहों की जंजीरों की होली
आज हसीन नज़ारों की होली
ये फागुनी होली ।

देवर और भाभी की होली
जीजा और साली की होली
सारंगी सांसों की होली
सतंरगी यौवन की होली
आज मेरे हमजोली की होली
ये फागुनी होली ।

गोष्ठियों, कविसम्मेलनों की होली
गीतों और गज़लों की होली
हास परिहास और व्यंग्य की होली
प्यार के रंग बिखेरती
ये हुड़दंगी होली
ये फागुनी होली |

मोहिनी चोरडिया 

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